(1) Story
एक टोकरी में संतरे बेचती
बूढ़ी औरत से एक युवा अक्सर संतरे
खरीदता,
अक्सर, खरीदे हुए संतरों में से एक संतरा निकाल
उसकी एक फाँक चखता और कहता, "ये कम
मीठा लग रहा है, देखो !
"बूढ़ी औरत संतरे को चखती और प्रतिवाद
करती "ना बाबू मीठा तो है!"
वो उस संतरे को वही छोड़, बाकी संतरे ले
गर्दन झटकते आगे बढ़ जाता।
युवा अक्सर अपनी पत्नी के साथ होता था,
एक दिन पत्नी नें पूछा "ये संतरे हमेशा
मीठे ही होते हैं,
पर यह नौटंकी तुम हमेशा क्यों करते हो ?"
युवा ने पत्नी को एक मधुर मुस्कान के साथ बताया
"वो बूढ़ी माँ संतरे बहुत मीठे
बेचती है,
पर खुद कभी नहीं खाती,इस
तरह मैं उसे संतरे खिला देता हूँ।
एक दिन, बूढ़ी माँ से, उसके पड़ोस में
सब्जी बेचनें वाली औरत ने सवाल किया,
" अम्माँ ये झक्की लड़का संतरे लेते इतनी
चख चख करता है, पर संतरे तौलते मै तेरे पलड़े
देखती हूँ,
तू हमेशा उसकी चख चख में, उसे जादा संतरे तौल
देती है ।
बूढ़ी माँ नें साथ सब्जी बेचने
वाली से कहा
"उसकी चख चख संतरे के लिए नहीं,
मुझे संतरा खिलानें को लेकर होती है,
वो समझता है मैं उसकी बात समझती
नही,
मै बस उसका प्रेम देखती हूँ,
पलड़ो पर संतरे अपनें आप बढ़ जाते हैं ।.
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(2) Story
सफलता का रहस्य
एक बार एक नौजवान लड़के ने सुकरात से पूछा कि सफलता का रहस्य क्या है?
सुकरात ने उस लड़के से कहा कि तुम कल मुझे नदी के किनारे मिलो. वो मिले. फिर सुकरात ने
नौजवान से उनके साथ नदी की तरफ बढ़ने को कहा.और जब आगे बढ़ते-बढ़ते पानी गले तक पहुँच गया, तभी अचानक सुकरात ने उस लड़के का सर पकड़ के पानी में डुबो दिया l
लड़का बाहर निकलने के लिए संघर्ष करने लगा ,
लेकिन सुकरात
ताकतवर थे और उसे तब तक डुबोये रखे जब तक की वो नीला नहीं पड़ने लगा. फिर सुकरात ने उसका सर पानी से बाहर निकाल दिया और बाहर निकलते ही जो चीज उस लड़के ने सबसे
पहले की वो थी हाँफते-हाँफते
तेजी से सांस लेना l
सुकरात ने पूछा ,” जब तुम वहाँ थे तो तुम सबसे
ज्यादा क्या चाहते
थे?”
लड़के ने उत्तर दिया,”सांस लेना”
सुकरात ने कहा,” यही सफलता का रहस्य है. जब
तुम सफलता को उतनी ही बुरी
तरह से चाहोगे जितना की तुम सांस लेना चाहते थे तो वो तुम्हे मिल जाएगी” इसके आलावा और कोई रहस्य नहीं है l
दोस्तों, जब आप सिर्फ और सिर्फ एक चीज चाहते हैं तो more often than not…वो चीज आपको मिल जाती है. जैसे छोटे बच्चों को देख लीजिये
वे न past में जीते हैं न future में, वे हमेशा
present में जीते हैं…और जब उन्हें खेलने के लिए
कोई खिलौना चाहिए होता है या खाने के लिए
कोई टॉफ़ी
चाहिए होती है…तो उनका पूरा ध्यान, उनकी
पूरी शक्ति बस उसी एक
चीज को पाने में लग जाती है and as a
result वे उस चीज को पा लेते हैं l
इसलिए सफलता पाने के लिए FOCUS बहुत ज़रूरी है,
सफलता को पाने की जो चाहता है उसमे intensity
होना बहुत ज़रूरी है..और जब आप वो फोकस और वो
इंटेंसिटी पा लेते हैं तो सफलता आपको मिल
ही जाती है.
3. Story
Nice Story
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गाँव में एक किसान रहता था जो दूध से दही और मक्खन बनाकर बेचने का काम करता था..
एक दिन बीवी ने उसे मक्खन तैयार करके दिया वो उसे बेचने के लिए अपने गाँव से शहर की तरफ रवाना हुवा..
वो मक्खन गोल पेढ़ो की शकल मे बना हुवा था और हर पेढ़े का वज़न एक kg था..
शहर मे किसान ने उस मक्खन को हमेशा की तरह एक दुकानदार को बेच दिया,और दुकानदार से
चायपत्ती,चीनी,तेल और साबुन व गैरह खरीदकर
वापस अपने गाँव को रवाना हो गया..
किसान के जाने के बाद -
.. .दुकानदार ने मक्खन को फ्रिज़र मे रखना शुरू किया.....उसे खयाल आया के क्यूँ ना एक पेढ़े का वज़न किया जाए, वज़न करने पर पेढ़ा सिर्फ 900 gm.
का निकला, हैरत और निराशा से उसने सारे पेढ़े तोल डाले मगर किसान के लाए हुए सभी पेढ़े 900-900 gm.के ही निकले।
अगले हफ्ते फिर किसान हमेशा की तरह मक्खन लेकर
जैसे ही दुकानदार की दहलीज़ पर चढ़ा..
दुकानदार ने किसान से चिल्लाते हुए कहा: दफा हो जा, किसी बे-ईमान और धोखेबाज़ शखस से
कारोबार करना.. पर मुझसे नही।
900 gm.मक्खन को पूरा एक kg.कहकर बेचने वाले शख्स की वो शक्ल भी देखना गवारा नही करता..
किसान ने बड़ी ही आजिज़ी (विनम्रता) से
दुकानदार से कहा "मेरे भाई मुझसे बद-ज़न ना हो हम तो गरीब और बेचारे लोग है,
हमारी माल तोलने के लिए बाट (वज़न) खरीदने की हैसियत कहाँ" आपसे जो एक किलो चीनी लेकर जाता हूँ उसी को तराज़ू के एक पलड़े मे रखकर दूसरे पलड़े मे उतने ही वज़न का मक्खन तोलकर ले आता हूँ।
जो हम दुसरो को देंगे,
वहीं लौट कर आयेगा...
चाहे वो इज्जत, सन्मान हो,
या फिर धोखा...!!
(4) Story
एक पाँच छे. साल का मासूम सा बच्चा अपनी
छोटी बहन को लेकर मंदिर के एक तरफ कोने में बैठा हाथ जोडकर भगवान से न जाने क्या मांग रहा था. कपड़े में मेल लगा हुआ था मगर निहायत साफ, उसके
नन्हे नन्हे से गाल आँसूओं से भीग चुके थे।
बहुत लोग उसकी तरफ आकर्षित थे और वह बिल्कुल
अनजान अपने भगवान से बातों में लगा हुआ था। जैसे ही वह उठा एक अजनबी ने बढ़ के उसका नन्हा सा हाथ पकड़ा और पूछा-
"क्या मांगा भगवान से"
उसने कहा-
"मेरे पापा मर गए हैं उनके लिए स्वर्ग,
मेरी माँ रोती रहती है उनके लिए सब्र,
मेरी बहन माँ से कपडे सामान मांगती है उसके लिए पैसे"।
"तुम स्कूल जाते हो"
अजनबी का सवाल स्वाभाविक सा सवाल था।
"हां जाता हूं" उसने कहा।
"किस क्लास में पढ़ते हो ?" अजनबी ने पूछा
"नहीं अंकल पढ़ने नहीं जाता, मां चने बना देती है वह स्कूल के बच्चों को बेचता हूँ, बहुत सारे बच्चे मुझसे चने खरीदते हैं, हमारा यही काम धंधा है" बच्चे का एक
एक शब्द मेरी रूह में उतर रहा था ।
"तुम्हारा कोई रिश्तेदार"
न चाहते हुए भी अजनबी बच्चे से पूछ बैठा।
"पता नहीं, माँ कहती है गरीब का कोई रिश्तेदार
नहीं होता, माँ झूठ नहीं बोलती,
पर अंकल,
मुझे लगता है मेरी माँ कभी कभी झूठ बोलती है,
जब हम खाना खाते हैं हमें देखती रहती है,
जब कहता हूँ
माँ तुम भी खाओ, तो कहती है मेंने खा लिया था,
उस समय लगता है झूठ बोलती है "
"बेटा अगर तुम्हारे घर का खर्च मिल जाय तो पढाई करोगे ?" "बिल्कुलु नहीं"
"क्यों"
"पढ़ाई करने वाले गरीबों से नफरत करते हैं अंकल,
हमें किसी पढ़े हुए ने कभी नहीं पूछा - पास से गुजर जाते हैं"
अजनबी हैरान भी था और शर्मिंदा भी।
फिर उसने कहा
" हर दिन इसी इस मंदिर में आता हूँ, कभी किसी ने नहीं पूछा - यहा सब आने वाले मेरे पिताजी को जानते थे - मगर हमें कोई नहीं जानता
"बच्चा जोर-जोर से रोने लगा" अंकल जब बाप मर
जाता है तो सब अजनबी क्यों हो जाते हैं ?"
मेरे पास इसका कोई जवाब नही था और ना ही मेरे पास बच्चे के सवाल का जवाब है।
ऐसे कितने मासूम होंगे जो हसरतों से घायल हैं
बस एक कोशिश कीजिये और अपने आसपास ऐसे ज़रूरतमंद यतिमो, बेसहाराओ को ढूंढिये और उनकी
मदद किजिए.........................
कुछ समय के लिए एक गरिब बेसहारा कि आँख मे आँख डालकर देखे आपको क्या मेहसूस होता ह
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(5) Story
1) जो आपसे दिल से बात करता है उसे कभी दिमाग से जवाब मत देना।*
2) एक साल मे 50 मित्र बनाना आम बात है 50 साल तक एक मित्र से मित्रता निभाना खास बात है।*
3) एक वक्त था जब हम सोचते थे कि हमारा भी
वक्त आएगा और एक ये वक्त है कि हम सोचते है कि हम सोचते है कि वो भी क्या वक्त था।*
4) एक मिनट मे जिन्दगी नही बदलती पर एक मिनट सोच कर लिखा फैसला पूरी जिन्दगी बदल देता है।*
5) आप जीवन मे कितने भी ऊॅचे क्यो न उठ जाए पर अपनी गरीबी और कठिनाई को कभी मत भूलिए।*
6) वाणी मे भी अजीब शक्ति होती है कङवा
बोलने वाले का शहद भी नही बिकता और मीठा
बोलने वाले की मिर्ची भी बिक जाती है।*
7) जीवन मे सबसे बङी खुशी उस काम को करने मे है जिसे लोग कहते है कि तुम नही कर सकते हो।*
8) इसांन एक दुकान है और जुबान उसका ताला।*
*ताला खुलता है, तभी मालूम होता है कि*
*दुकान सोने की है या कोयले की।*
9) कामयाब होने के लिए जिन्दगी मे कुछ ऐसा काम करो कि लोग आपका नाम Face book पे नही Google पे सर्च करे।*
10) दुनिया विरोध करे तुम ङरो मत क्योकि जिस पेङ पर फल लगते है दुनिया उसे ही पत्थर मारती है।*
11) जीत और हार आपकी सोच पर ही निर्भर है मान लो तो हार होगी और ठान लो तो जीत होगी।*
12) दुनिया की सबसे सस्ती चीज है सलाह एक से मांगो हजारो से मिलती है सहयोग हजारो से
मांगो एक से मिलता है।*
13) मैने धन से कहा कि तुम एक कागज के टुकङे हो धन
मुस्कराया और बोला बिल्कुल मै एक कागज का
टुकङा हूॅ लेकिन मैने आज तक जिन्दगी मे कूङेदान का मुहॅ नही देखा।*
14) आंधियो ने लाख बढाया हौसला धूल का, दो बूंद बारिश ने औकात बता दी!*
15) जब एक रोटी के चार टुकङे हो और खाने वाले पांच हो तब मुझे भूख नही है ऐसा कहने वाला कौन है
सिर्फ "माँ"*
16) जब लोग आपकी नकल करने लगे तो समझ लेना चाहिए कि आप जीवन मे सफल हो रहे है।*
17) मत फेंक पत्थर पानी मे उसे भी कोई पीता है। मत रहो यू उदास जिन्दगी मे तुम्हे देखकर भी कोई जीता है।
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